आज किसी के मावठ के बारे में सवाल पूछने के के बहाने मेरे जेहन से अपने प्रदेश, खेत-खलिहान से जुड़ी यादों पर जमा धूल झड़ गयी।
मावठ राजस्थानी शब्द है, जिसका अर्थ "माघ वृष्टि से है। एक तरह से इसका संबंध माघ महीने से है।
भूमध्य सागर से लेकर हिंदुस्तान तक खाली मैदान और रेगिस्तान होने की वजह से हवा बिना किसी अवरोध के हिंदुस्तान तक पहुंचती हैं। इस हवा के कारण होने वाली बारिश मावठ कहलाती है।
राजस्थान के अपने गाँव-ननिहाल गए तो बरसों हो गए अब तो बस यादें है बचपन की और दिल्ली की इमारतों का जंगल और दौड़ है।
ऐसी दौड़ जो शहर के किसी श्मशान घाट पर ही जाकर खत्म होगी। अब न केवल शब्द, संदर्भ, सम्बोधन और उससे जुड़ा सहज जीवन सभी कुछ समाए जा रहा है, इस कथित आधुनिकता के "भंवर" में।
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