-दिल्ली के अंतिम हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान के 870 वें जन्मदिवस पर समारोह का आयोजन
-सम्राट पृथ्वीराज चौहान के स्वर्णिम अतीत का स्मरण, युवाओं को प्रेरणा लेने की अपील
दिल्ली के अंतिम हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान के 870 वें जन्मदिवस पर यहां की राजस्थान रावत राजपूत सभा एवं अखिल भारतीय रावत महासभा की राजधानी सर्किल सभाओं एवं राजधानी में प्रवासी राजस्थानियों के तत्वाधान में संरक्षक श्री देवी सिंह चौहान एवं अध्यक्ष श्री लक्ष्मण सिंह चौहान के नेतृत्व में साकेत स्थित राय पिथौरा के प्रांगण में स्थापित सम्राट पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमास्थल पर पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना एवं माल्यार्पण करके पूरे उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ उनके जन्मदिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम के प्रारंभ में महासभा के संरक्षक श्री देवी सिंह चौहान ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान के स्वर्णिम अतीत का स्मरण करते हुए उनके जीवन चरित्र एवं ऐतिहासिक उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। महासभा के अध्यक्ष श्री लक्ष्मण सिंह चौहान ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान के बाल्यकाल से अंतिम दिनों तक के जीवन के बारे में अवगत करवाया। श्री इंद्रसिंह चौहान, श्री शंकरसिंह चौहान, श्री प्रेमसिंह चौहान एवं श्री नारायण सिंह चौहान ने भी उनके जीवन और शासन पर प्रकाश डालते हुए युवा पीढ़ी को उनके देश प्रेम के आदर्श से सीखने और उससे प्रेरणा लेने की बात कही।
महासभा प्रकोष्ठ से श्रीमती अल्पना चौहान, डा गरिमा चौहान, श्रीमती मंजुला ठाकुर, श्रीमती अर्चना पुंडीर एवं अन्य उपस्थित महिलाओं, विशिष्टजनों ने भी अपने-अपने विचार रखते हुए उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए उनकी प्रतिमा पर श्रद्वा सुमन अर्पित किए।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान रावत राजपूत महासभा एवं अखिल भारतीय रावत महासभा की दिल्ली स्थित राजधानी शाखा प्रति वर्ष लाडो सराय, पिथौरागढ़ प्रांगण में स्थित सम्राट पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा स्थल पर उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य में सात जून को भव्य समारोह का आयोजन करती है। इस आयोजन में समस्त समाज के व्यक्ति अपने परिवारजनों के साथ सम्मिलित होते हैं।
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