Sunday, September 6, 2020

Happiness_Self_प्रसन्नता_स्व


 


प्रसन्नता कोई सुदूर की वस्तु नहीं है। वह न तो प्रसिद्धि में निहित है और न ही लोकप्रियता में। जब आप जीवन को प्रतिबद्धता के साथ बिताते हैं, तब आपका मन विशाल ब्रह्मांड के समान प्रसन्नता से भरने लगता है। यह स्वयं के प्रति ईमानदार होने और जहां है, वहीं से जीवन जीने सरीखा है। 

-दाइसाकू इकेदा 

No comments:

First Indian Bicycle Lock_Godrej_1962_याद आया स्वदेशी साइकिल लाॅक_नलिन चौहान

कोविद-19 ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इसका असर जीवन के हर पहलू पर पड़ा है। इस महामारी ने आवागमन के बुनियादी ढांचे को लेकर भी नए सिरे ...