आज तो हिंदी वाला रिपोर्टर, अंग्रेजी में उसकी रिपोर्ट छप जाए, इसलिए ही कलम तोड़ने में लगा है. एक ही संस्थान से दो भाषाओं में प्रकाशित होने वाली पत्रिकाओं में अंतरनिहित अंग्रेजी-हिंदी के युग्म की विडंबना जगजाहिर है! भाषा के चक्रव्यूह से निकले तो यह सब आगे की बात के मायने हैं तो सब वैसे ही बेमायने है.
Post a Comment
कोविद-19 ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इसका असर जीवन के हर पहलू पर पड़ा है। इस महामारी ने आवागमन के बुनियादी ढांचे को लेकर भी नए सिरे ...
No comments:
Post a Comment