एक कम्युनिस्ट का व्यक्तिगत जीवन, एक सीमा के बाद, उसके पार्टी के इतिहास में इतना घुलमिल जाता है, कि दोनों को अलग कर पाना असंभव जान पड़ता है। यह बात बरसों पहले अमरीकी पत्रकार ऐडग्र स्नो ने अपनी पुस्तक ‘रैड स्टार ओवर चाईना’ में माओत्से तुंग से इन्टरव्यू करते समय महसूस की थी।
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