अभी से हिम्मत न हार, मेरे हमसफ़रराहों में आएंगे अभी, कई रहगुज़रजिंदगी की धूप-छांव, बढ़ेगी-घटेगी कई बारतेरे-मेरे सब्र का, इम्तेहान होगा रुक-रुक करअभी से हिम्मत न हार, मेरे हमसफ़रहर रोज़ कुछ पाना है, कुछ खोना हैसीधे दिखते रास्तों पर, एडियां घिसते चलना हैअनजानी राहों पर, हौंसला लिए बढ़ना हैअभी से हिम्मत न हार, मेरे हमसफ़ररोशनी की तलाश में, अंधेरों को चीरना हैपाने को मंजिल साथ-साथ, हाथों में हाथ लिए रहना हैकदम भले ही डगमगाए, मन पक्का किये रहना हैअभी से हिम्मत न हार, मेरे हमसफ़रक्या और चाहती हो, सुनना और जाननाकहकर भी जो ना कह सकूं,तेरा प्यार ही है मेरा वजूदअभी से हिम्मत न हार, मेरे हमसफ़र
Wednesday, May 6, 2015
अभी से हिम्मत न हार, मेरे हमसफ़र_untold love
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