Tuesday, January 3, 2017

Tum Chandan ham pani_Raidas_प्रभु जी तुम चंदन हम पानी_संत रैदास

संत रैदास



प्रभु जी तुम चंदन हम पानी।

जाकी अंग-अंग बास समानी॥

प्रभु जी तुम घन बन हम मोरा। 

जैसे चितवत चंद चकोरा॥

प्रभु जी तुम दीपक हम बाती। 

जाकी जोति बरै दिन राती॥

प्रभु जी तुम मोती हम धागा। 

जैसे सोनहिं मिलत सोहागा।

प्रभु जी तुम स्वामी हम दासा। 

ऐसी भक्ति करै 'रैदासा॥


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