Gaganendranath Tagore (India, 1867-1938) The Illumination of the Shadow, watercolour |
साहित्य समाज का दर्पण होता है पर इस दर्पण को देखने की दृष्टि भाषा देती हैं। जबकि भाषा की गहराई और विचार को वहन करने की क्षमता लोकजीवन से उसके जुड़ाव से प्रकट होती है। लोकजीवन समाज के रहन-सहन, संस्कार, पर्व-त्यौहार से बनता है और साहित्य के रूप में शब्द इन्हीं सबको एक स्थान पर पिरोकर उसे चिरस्थायी बना देते हैं।
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