आज मेरे ब्लॉग (http://nalin-jharoka.blogspot.in) पर आने वाले मेहमानों की संख्या दो लाख का आंकड़ा पार कर गयी तो लगा सभी बड़ों और दोस्तों से बात साझा करनी चाहिए.मजेदार बात यह है कि इसमें से आधे से अधिक अमेरिका से है, उसके आधे भारत से और बाकि दुनिया से.इससे लगता है दुनिया कितनी पास है, दूर होते हुए भी. मानो दसों दिशाएं और दूरियाँ बेमानी हो गयी हो. पर यह तो आभासी दुनिया का सच है, वास्तविक जीवन में तो बिना रगड़ खाए और मजबूती से कदम बढाए बिना कुछ भी पाना संभव नहीं.जिंदगी में दो जमा दो चार नहीं तीन भी हो जाता है वैसे हम तो पांच के लिए भी तैयार होते है, सहर्ष.
Wednesday, November 26, 2014
ब्लॉग पर मेहमान (Two lakh hits on Blog)
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