पहले वे (पाकिस्तानी) भारत में एक अल्पसंख्यक थे। लेकिन जब एक नए देश की स्थापना की गई तो उन्होंने खुद को बहुमत में पाया। ऐसी सूरत में वे ऐसा बहुमत बन गए, जिससे हर कोई डरता था। सबसे पहले अहमदियों और अब शिया को गैर मुसलमान करार कर दिया गया। बहुत जल्दी काफिर बन जाता है आदमी वहाँ।
-इंतिज़ार हुसैन, प्रसिद्ध पाकिस्तानी लेखक, पाकिस्तान की मूल अवधारणा और वहाँ पर अल्पसंख्यकों की स्थिति पर
स्त्रोत: http://indianexpress.com/article/lifestyle/books/as-extremists-do-not- read-literature-we-are-safe-pakistani-writer-intizar-husain/
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