काले कोट से काले मुंह तक
आइआइएमसी का एक जूनियर अहीर साथी है, उसने लिखा था कि "अभी तो कृष्ण को गाली पड़ी है", आगे देखिये होता है क्या? ब्राह्मणों से काफी नाराज़ था! तो बंधु गरियाने वाले ने गिरकर माफ़ी मांगी हैं, अब तो ठीक है न! सच्चाई यही ही कि सूरज पर थूकने से सूरज पर नहीं बल्कि थूकने वाले का मुंह ही गंदला होता है. सो रामनवमी पर "हाथी-घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की".
आइआइएमसी का एक जूनियर अहीर साथी है, उसने लिखा था कि "अभी तो कृष्ण को गाली पड़ी है", आगे देखिये होता है क्या? ब्राह्मणों से काफी नाराज़ था! तो बंधु गरियाने वाले ने गिरकर माफ़ी मांगी हैं, अब तो ठीक है न! सच्चाई यही ही कि सूरज पर थूकने से सूरज पर नहीं बल्कि थूकने वाले का मुंह ही गंदला होता है. सो रामनवमी पर "हाथी-घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की".
No comments:
Post a Comment