प्रसिद्व संगीतकार और गायक हेमन्त कुमार_किशोर कुमार |
वह किशोर (कुमार) था। वह कुछ भी कर सकता था। कोई उसे बता नहीं सकता था कि उसे क्या करना है। दरअसल, किशोर किसी भी संगीत निर्देशक के लिए एक उपहार था। संगीत की दृष्टि से वह नैसर्गिक रूप से प्रतिभाशाली था। उसे अपने शुरुआती वर्षों में, सचिन (देव बर्मन) बाबू से उत्कृष्ट स्वर प्रशिक्षण मिला, जिसने किशोर की गायन शैली को हीरे की तरह पूरी तरह से तराश दिया। उसने सचिन बाबू से बहुत कुछ सीखा और जीवन भर उस सीख का पूरा लाभ उठाया। वह सभी गाने अपने तरीके से गाता था। मैं एक धुन बनाऊंगा और वह उसे अपने हिसाब से बदलकर ढाल लेगा। ये बदलाव असाधारण थे, एक उत्कृष्ट कार्य। इस लिहाज से, उसका हर संगीतकार के संगीत को बेहतर बनाने में अतुलनीय योगदान है।
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