उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय महत्व के 745 स्मारक/स्थल है।प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 के तहत उत्तर प्रदेश के कुल 745 स्मारकों/स्थलों का जिलेवार वर्गीकरण निम्न है.
ललितपुर में 73, आगरा में 69, लखनऊ में 60, मथुरा में 43, महोबा में 30, चित्रकूट में 30, कानपुर देहात में 25, फतेहपुर में 25, झांसी में 22, मिर्जापुर में 19, वाराणसी में 19, फरुर्खाबाद में 16, जौनपुर में 16, इलाहाबाद अब प्रयाग में 15, अलीगढ़ में 14, बिजनौर में 14, बरेली में 13, गाजीपुर में 13, कन्नौज में 12, हरदोई में 12, एटा में 11, मुरादाबाद में 11, देवरिया में दस, कुशीनगर में दस, बुलन्दशहर में दस, जालौन में नौ, मेरठ में नौ, बांदा में आठ, हाथरस में सात, कानपुर में सात, आजमगढ़ में सात, फैजाबाद में छह, सिद्वार्थ नगर में छह, श्रावस्ती नगर में छह, मुजफ्फरनगर में छह, गोरखपुर में छह, चंदौली में छह, बहराईच में पांच, औरेया में पांच, बदांयू में चार, इटावा में चार, फिरोजाबाद में चार, ज्योतिबा फुले नगर में चार, सहारनपुर में चार, बलरामपुर में चार, कौशाम्बी में चार और सुल्तानपुर में चार, रायबरेली में तीन, हमीरपुर में तीन, बागपत में तीन, गाजियाबाद में दो और मैनपुरी में एक, पीलीभीत में एक, खीरी में एक, उन्नाव में एक, बलिया में एक, मऊ में एक, संतरविदास नगर में एक, सोनभद्रा में एक, चन्दलुई में एक, महाराजगंज में एक, अहमदनगर में एक, गोंडा में एक हैं।
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