रेडियो को लेकर गांधी का मत
महात्मा गांधी ने 10 अक्तूबर, 1946 को नई दिल्ली में कागज की एक पर्ची पर सरदार पटेल को लिखा था।
"मुझे रेडियो से राष्ट्र को संबोधित करने का प्रस्ताव निरर्थक है। वास्तविक रूप से गरीब व्यक्ति के लिए रेडियो सुनना संभव ही नहीं है। इस कारण मैं इस बात को लेकर तनिक भी उत्साहित नहीं हूं"।
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