Sunday, October 13, 2013

Destiny: Way to Life


मंजिल तो चलती रहती है, जैसे जिंदगी। पड़ाव आते और जाते है, जिंदगी अपनी रफ़्तार से चलती रहती है, कभी तेज़ तो कभी मद्धम संगीत की तरह। हमेशा एक सुर में न संगीत उम्दा लगता है और न ही जिंदगी की रफ़्तार पसंद आती है।

फोटो: अक्षय नागदे

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