दिल्ली के खिलाडि़यों ने दक्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित 17 वीं एशियाई खेलों 2014 में अनुकरणीय प्रदर्शन करते हुए देश के लिए पदक जीतकर एक मिसाल कायम की है। राजधानी के निवासी योगेश्वर दत्त (कुश्ती), अभिषेक वर्मा (तीरंदाज), संदीप सेजवाल (तैराकी), श्रेयसी सिंह, (निशानेबाजी), युकी भांबरी (टेनिस) और द्विज शरण (टेनिस) ने 17 वें एशियाई खेलों 2014 में अपने शानदार प्रदर्शन से दिल्ली को गौरान्वित किया है।
17 वीं एशियाई खेलों के नौंवे दिन भारत ने चार स्वर्ण पदक, पांच रजत पदक और 26 कांस्य पदक सहित कुल 35 पदक प्राप्त किए हैं। इन कुल पदकों में से दो स्वर्ण पदक, एक रजत पदक और चार कांस्य पदक का योगदान दिल्ली का है।
अंतरराष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने फ्री स्टाइल कुश्ती के 65 किलोग्राम वजन वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने ताजिकिस्तान के यूसुपोव जालिम खान को 1-0 से हराया। सन् 1986 के बाद इस देश का कुश्ती में यह पहला और एषियाई खेलों के चैथा स्वर्ण पदक है। उन्होंने ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में भी इसी श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता था।
अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज अभिषेक वर्मा ने कम्पाउंड रिकर्व वर्ग की टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक और इसी श्रेणी की व्यक्तिगत वर्ग स्पर्धा में रजत पदक जीतकर दोहरी सफलता हासिल की है। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नंबर 1 मॉडल टाउन के छात्र रहे वर्मा ने अपने स्कूल के दिनों से ही मॉडल टाउन स्थित दिल्ली सरकार के छत्रसाल स्टेडियम के तीरंदाजी कोचिंग सेंटर से कोचिंग और प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
अंतरराष्ट्रीय तैराक संदीप सेजवाल ने तैराकी में 50 मीटर व्यक्तिगत ब्रेस्ट स्ट्रोक स्पर्धा में कांस्य पदक जीता है। सन् 1994 से लेकर 2002 तक उन्होंने अपने स्कूली दिनों से सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर छह, आर के पुरम के परिसर में स्थित तरणताल में लगातार कोचिंग और प्रशिक्षण प्राप्त किया।
अंतरराष्ट्रीय डबल ट्रैप निशानेबाज श्रेयसी सिंह ने देश के लिए कांस्य पदक जीता है जबकि वे इसी खेल में ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीती थी। जबकि अंतरराष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी युकी भांबरी ने पुरुष टेनिस के व्यक्तिगत वर्ग में कांस्य पदक और द्विज शरण के साथ पुरुष युगल वर्ग में भी में कांस्य पदक हासिल किया है। द्विज शरण इस साल इंगलैंड की विम्बलडन प्रतियोगिता में भी भाग ले चुके है।
इन खिलाडि़यों के अलावा दिल्ली के दूसरे खिलाड़ी भी 17 वीं एशियाई खेलों 2014 में कुश्ती, टेबल टेनिस, एथलेटिक्स और कबड्डी सहित विभिन्न खेल स्पर्धाओं में देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और देष को उनसे भी पदक ही तगड़ी उम्मीदें हैं।
दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने 17 वें एशियाई खेलों, 2014 के प्रत्येक स्वर्ण पदक विजेता को 20 लाख रुपए, प्रत्येक रजत पदक विजेता को 14 लाख रुपए और प्रत्येक के कांस्य पदक विजेता को 10 लाख रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान करेगीं।
निदेशालय के राजधानी में खेल को प्रोत्साहन देने के कार्यक्रम के तहत उपरोक्त में वर्णित इन सभी खिलाडि़यों को नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगितओं में भाग लेने के लिए निदेशालय की ओर से वित्तीय सहायता दी जा रही है।
विभिन्न अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में देश के लिए ख्याति अर्जित करने वाले राजधानी के खिलाडि़यों को सरकार की ओर से नकद प्रोत्साहन प्रदान की जाती है। यह नकद प्रोत्साहन राशि 5,000 रुपए से लेकर 50 लाख रुपए तक की है। उल्लेखनीय है कि जनवरी 2014 में इस नकद प्रोत्साहन की राशि को प्रत्येक श्रेणी में दोगुना कर दिया गया है।
इतना ही नहीं, हाल ही में, निदेशालय ने ओलंपिक खेलों, एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और विश्व चैम्पियनशिप में पदक विजेताओं के प्रशिक्षकों के लिए भी नकद प्रोत्साहन प्रदान राशि देनी शुरू की है।
Name of the Player
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Medal
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Sports Category
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Sh. Yogeshwar Dutt
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Gold
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Wrestling
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Sh. Abhishek Verma
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Gold
Silver
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Compound Recurve category (team event)
Compound Recurve category (individual)
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Sh. Sandeep Sejwal
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Bronze
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Swimming
(50 metre individual breast stroke)
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Ms. Shreyasi Singh
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Bronze
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Double trap shooting
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Mr. Yuki Bhambri
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Bronze
Bronze
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Tennis (individual)
Tennis (men doubles)
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Mr. Divij Sharan
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Bronze
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Tennis (men doubles)
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