दिल्ली सरकार का शिक्षा निदेशालय महात्मा गांधी जयंती से लेकर पूरे महीने (2-31 अक्तूबर तक) के लिए स्वच्छ विद्यालय-स्वच्छ दिल्ली अभियान शुरू करेगा। इस अभियान के तहत शिक्षा निदेशालय के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त स्कूल, मुख्यालय, क्षेत्रीय कार्यालय, क्षेत्रीय शाखाएं, खेल परिसर, पत्राचार विद्यालय, विज्ञान केन्द्र और निदेशालय से जुड़े सभी अन्य प्रतिष्ठान सक्रिय रूप से भाग लेंगे। इस अभियान का बृहत्तर उद्देश्य व्यक्ति, सरकार और समाज के स्तर पर जागरूकता कायम करते हुए समूचे राष्ट्र जीवन में स्वच्छता का संस्कार डालना है।
स्वच्छ विद्यालय-स्वच्छ दिल्ली अभियान में राजधानी के स्कूली बच्चे मुख्य भूमिका निभाते हुए भोजन से पहले और बाद में हाथ साफ करने के साथ स्वच्छता के संदेष को अपने माता-पिता, घर-परिवार और पास-पड़ोस तक पहुचायेगे पहुंचाएंगे। इतना ही नहीं, वे व्यक्तिगत रूप से शरीर को साफ सुथरा रखने और अपने घरों के पास की स्थानीय बसावट को स्वच्छ रखने को लेकर भी समाज में जागरूकता पैदा करेंगे। इस अवसर पर बच्चे से लेकर बुजुर्ग के भी जन्मदिन पर पौधा रोपने और पौधे के पनपने तक उसकी पर्याप्त देखभाल करने की बात को भी बढ़ावा दिया जाएगा। एक तरह से, स्कूली बच्चों के सक्रिय भागीदारी ही इस अभियान की सफलता की धुरी है।
सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक शिक्षकों की सहायता से स्कूल में शौचालयों को उपयोगी और प्रयोग लायक बनाने, स्कूल में पेयजल के क्षेत्र की सफाई करने, स्कूल भवन के सामने वाले भाग और प्रवेश द्वार को साफ करने और खूबसूरत बनाने, प्रतिदिन सुबह स्कूल की प्रार्थना सभा में स्वच्छता की प्रतिज्ञा लेने और स्कूल की ओर से आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों में बच्चों की भागीदारी को सुनिश्चित करेंगे।इस अभियान से तात्कालिक लाभ यह होगा कि स्कूलों, शिक्षा कार्यालयों और स्टेडियमों की पूरी सफाई, उपयोग के योग्य और साफ शौचालय, अनुपयोगी और कबाड़ वाली वस्तुओं जैसे डेस्क, पुराने फर्नीचर और बिजली के सामान की नीलामी, स्कूल परिसरों में उपयुक्त स्थानों पर पौधारोपण के साथ छात्रों, स्कूल स्टाफ और स्थानीय समाज के व्यक्तियों को शरीर की व्यक्तिगत साफ-सफाई और स्वच्छता को लेकर जागरूकता पैदा होगी।
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