Importance of Communication in Democracy (लोकतंत्र में संवाद की महिमा)
बिंब, प्रतीक, चिन्ह! अगर कोड को कोई डि-कोड ही न कर पाएं तो फिर संवाद कैसा ? अगर टारगेट ग्रुप तक बात ही न पहुंचे सारी कवायद बेकार। जनता है, जनार्दन भी बनाती है और जल्लाद की तरह तख्ते पर चढ़ा भी देती है।
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