धीरे-धीरे भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सवों में मान्यता तथा सम्मान प्राप्त हो रहा है। आज भारतीय सिनेमा ने बहुत से देशों में बाजार ढूंढ निकाला है। यह इस बात का बड़ा उदाहरण है कि भारत की साफ्ट पावर किस तरह विश्व भर में देश का छवि का बना सकती है।भारतीय सांस्कृतिक विरासत समृद्ध तथा विविध है और यह दुनिया को भारत की—एक ऐसे देश की कहानी सुनाने के लिए एक महत्त्वपूर्ण आधार रही है और अभी भी बनी हुई, जो लाखों वर्ष पुराना है, जो समसामयिक विश्व में महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है तथा जिसका भविष्य उज्जवल है।
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