भारतीय विद्या भवन की स्थापना 1938 में स्वतंत्रता सेनानी, लेखक, शिक्षाविद् और प्रबल पर्यावरणविद् डॉ. के.एम. मुंशी ने की थी। मुंशी जी मानते थे कि जब तक हमारे लोगों के दिलों-दिमाग में सांस्कृतिक, सदाचार और नैतिक मूल्य समाहित नहीं होंगे तब तक स्वतंत्रता निरर्थक और मूल्यहीन होगी। इसलिए उन्होंने एक ऐसी संस्था के निर्माण की आवश्यकता महसूस की जो छोटे पैमाने पर शिक्षा के माध्यम से ठोस बदलाव लाने की शुरुआत कर सके।भारतीय विद्या भवन, जिसकी शुरुआत एक संस्था के रूप में की गई थी, आज एक विशाल सांस्कृतिक और शैक्षणिक आंदोलन बन गया है। भारत में अब भवन के 119 केंद्र, विदेशों में 7 केंद्र तथा 367 संघटक संस्थान हैं, जो संस्कृत और वेद से लेकर सूचना प्रौद्योगिकी तक विभिन्न विषयों पर गुणवत्तापूर्ण मूल्य आधारित शिक्षा का प्रसार कर रहे हैं।
Wednesday, June 25, 2014
Bhartiya Vidhya Bhavan (भारतीय विद्या भवन)
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
First Indian Bicycle Lock_Godrej_1962_याद आया स्वदेशी साइकिल लाॅक_नलिन चौहान
कोविद-19 ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इसका असर जीवन के हर पहलू पर पड़ा है। इस महामारी ने आवागमन के बुनियादी ढांचे को लेकर भी नए सिरे ...
No comments:
Post a Comment