मौसम तो आना जाना है,आसमान फिर भी वही रहना हैदुश्वारियों को बस यूंही सहना हैफिर भी बस यही कहना हैमौसम तो आना जाना है,यादों को बस घर किए रहना हैउसके बोझ को दिल को यूंही सहना हैफिर भी उसको कुछ नहीं कहना हैमौसम तो आना जाना है,दर्द के साथ खामोश रहना हैज़माने भर के तानों को यूंही सहना हैफिर भी दोस्त है बस यहीं कहना हैमौसम तो आना जाना है,तेरी यादों के साथ रहना हैजुदाई का दर्द यूंही सहना हैफिर भी खामोश कुछ नहीं कहना है
चित्र : रामकुमार
No comments:
Post a Comment