एक दिन हो सकता है कि हमें वह जगह मिले, जहां हम दोनों मिल सकें।
जहां हम अपने ख्वाबों को बदलाव की धारा के बीच थाम पाएंगे।
सो, तुम आखिरी बार मेरे लिए यह सोच कर मुस्कुराओं कि हम दोबारा मिलेंगे।
तब तक मुझे जिंदगी में तुम्हारी कमी बेहद खलेगी।
-आर एम ड्रेक
फोटो: The Farewell_Eugene De Blaas Italian 1843_1932

No comments:
Post a Comment