Saturday, January 19, 2013

First Independent Stamps of India

सन् 1854 में जारी पहली भारतीय डाक टिकटों पर 'इंडिया पोस्टेज' अंकित था और उसी वर्ष में इस अंकन को बदलकर 'ईस्ट इंडिया पोस्टेज' कर दिया गया । एक बार फिर सन् 1882 में इसे बदलकर 'इंडिया पोस्टेज' कर दिया गया, यह सन् 1962 तक जारी रहा । नवंबर 1962 में 'इंडिया पोस्टेज' के स्थान पर एक नया शीर्षक 'भारत-इंडिया' को शुरू किया गया हालांकि दिसंबर 1962/जनवरी 1963 में तीन डाक टिकटें पिछले अंकन के साथ ही जारी की गई ।
ब्रिटिश साम्राज्यवादी शासन के समय में जब सन् 1854 में महारानी विक्टोरिया की टिकटें जारी की गई तब भारतीय डाक टिकट के डिजाइन में ब्रिटिश सम्राट के एक चित्र अंकित था । सन् 15 अगस्त, 1947 में भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद इसका अंत हो गया ।
सन् 1947 में स्वतंत्र भारत की तीन डाक टिकटें जारी की गई । इन डाक टिकटों पर 'अशोक स्तंभ' (भारत का राष्ट्रीय प्रतीक), 'भारतीय ध्वज' और 'एक विमान' बना हुआ था । तब से लेकर आज तक भारत 3000 से अधिक डाक टिकट जारी किए जा चुके हैं ।
हाल के वर्षों में, डाक टिकट ने अतिरिक्त आयाम ग्रहण कर लिया है । यह राष्ट्रीय विरासत और घटनाओं की स्मृति को बनाए रखने, उनकी उत्सवधर्मिता और प्रोत्साहन देने का एक माध्यम है । यह एक राजदूत की तरह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, डाक प्रशासन की एक ब्रांड इमेज कायम करती है और एक संप्रभु राष्ट्र का प्रतीक होती है ।

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