लेखक स्वयं का स्वप्न संसार रचता है। वह लिखता है, अपनी प्रेरणा से । फिर चाहे लिखे दूसरों के लिए। ऐसे में लेखक को पुरस्कृत करने वाला नेता है या अधिकारी वह बात गौण है, प्रधान है समाज का रचना और रचनाकार की उत्सवधर्मिता का सम्मान।
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कोविद-19 ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इसका असर जीवन के हर पहलू पर पड़ा है। इस महामारी ने आवागमन के बुनियादी ढांचे को लेकर भी नए सिरे ...
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