Saturday, March 28, 2020

Water discourse of Indian Society_Anupam Mishra_साफ़ माथे के समाज का पानी अभी बचा है_अनुपम मिश्र

साफ़ माथे के समाज का पानी_अनुपम मिश्र



आप पायेंगे कि ये अलग-अलग चेहरे हैं लेकिन उनकी जुबान एक हो गयी और इसलिए अगर मूल साहित्य भी दिखेगा तो मूल पर भी अंग्रेजी विचार का इतना असर है कि वो मौलिक नहीं बचता।
(पर्यावरण के पाठ, पेज 14)







No comments:

First Indian Bicycle Lock_Godrej_1962_याद आया स्वदेशी साइकिल लाॅक_नलिन चौहान

कोविद-19 ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इसका असर जीवन के हर पहलू पर पड़ा है। इस महामारी ने आवागमन के बुनियादी ढांचे को लेकर भी नए सिरे ...