राष्ट्रपति भवन की एक अन्य विशेषता इसके खंभों में भारतीय मंदिरों की घंटियों का प्रयोग है। यह सर्वविदित है कि मंदिरों की घंटियां हमारी सामासिक संस्कृति, खासकर हिंदू, बौद्ध तथा जैन परंपराओं का अभिन्न अंग है। इन घंटियों का हेलेनिक शैली के वास्तुशिल्प के साथ मिश्रण, वास्तव में भारतीय और यूरोपीय डिजाइनों के सम्मिश्रण का एक बेहतरीन उदाहरण है। खास बात यह है कि इस तरह की घंटियां नार्थ ब्लॉक, साउथ ब्लाक तथा संसद भवन में मौजूद नहीं हैं। यह उल्लेख करना रोचक होगा कि राष्ट्रपति भवन के खंभों में इस तरह की घंटियों के प्रयोग का विचार कर्नाटक के मुदाबिदरी नामक स्थान पर स्थित एक जैन मंदिर से प्राप्त हुआ।
Tuesday, July 30, 2013
rashtrapati bhavan architecture
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