आपका समय सीमित है इसलिए उसे किसी दूसरे के जीवन के लिए जीते हुए व्यर्थ न करें। दूसरों के विचार के अनुकूल जीवन जीने की हठधर्मिता का शिकार न हो। अन्य लोगों की सम्मति के शोर में अपनी अंतरात्मा की आवाज को डूबने न दें।
और सबसे महत्वपूर्ण, अपने मन और सहज बोध का अनुसरण करने का साहस रखें। उन्हें अनायास ही पहले से, आभास है कि तुम सच में क्या बनना चाहते हो। शेष सब गौण है।
-स्टीव जॉब्स (एप्पल का सह संस्थापक, आविष्कारक, उद्यमी और अमेरिकी उद्यमी)
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