Wednesday, March 19, 2014

Colour of Grief (दुख का रंग)



दंगों में प्रभावित गुजराती मुसलमानों की पीड़ा से सदैव द्रवित होने वाले व्यक्तियों, संगठनों और दलों को इस्लामी जेहादियों की कट्टरता के शिकार तथा अपने देश में ही शरणार्थी कश्मीरी पंडितों का संताप क्यों नहीं दिखता ?
वैसे रक्त का रंग तो दोनों का लाल ही है पर एक के लिए खून जोर मारता है और दूसरे के लिए पानी हो जाता है, यह स्थान दोष है या इतिहास बोध की कमी या फिर रतौंधी रोग?
भला दुख का भी कोई रंग होता है?

चित्र: मंजीत बावा (टू-लिव ) 

No comments:

First Indian Bicycle Lock_Godrej_1962_याद आया स्वदेशी साइकिल लाॅक_नलिन चौहान

कोविद-19 ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इसका असर जीवन के हर पहलू पर पड़ा है। इस महामारी ने आवागमन के बुनियादी ढांचे को लेकर भी नए सिरे ...