तुजसांठी मरण ते जनन, तुजवीण जनन ते मरण !
अर्थात् हे मातृभूमि ! तेरे लिए मरना ही जीना है और तुझे भूल कर जीना ही मरना है ! -विनायक दामोदर सावरकर
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कोविद-19 ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इसका असर जीवन के हर पहलू पर पड़ा है। इस महामारी ने आवागमन के बुनियादी ढांचे को लेकर भी नए सिरे ...
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