दिवंगत श्रीमती इन्दिरा गोस्वामी एक सुप्रसिद्ध कहानीकार तथा सफल उपन्यासकार थी, जिन्होंने असम के इतिहास की बड़ी संवेदनशील अवधि में साहसपूर्वक सामाजिक बदलाव की वकालत की थी। उन्हें खासतौर से असम में सशस्त्र उग्रवादियों तथा भारत सरकार के बीच मध्यस्थ के तौर पर उनकी भूमिका के लिए याद रखा जाएगा। उनके सभी कार्यों में ‘मामोनी’ उन्हें इसी नाम से जाना जाता था, ने महिलाओं तथा समाज में वंचितों तथा शोषितों को केंद्र में रखा था। इन समस्याओं के प्रति जागरूकता पैदा करके वे परिवर्तन के बीज बोने में सफल रही।
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